विभिन्न प्रकार की भारतीय घास: आपके लॉन के लिए किसका चयन करें?

विभिन्न प्रकार की भारतीय घास: आपके लॉन के लिए किसका चयन करें?

विषय सूची

भारतीय घास की विविधता का परिचय

भारत में लॉन या बगीचे के लिए उपयुक्त घास की कई किस्में पाई जाती हैं। हर प्रकार की घास की अपनी खास विशेषताएं होती हैं, जो स्थानीय जलवायु, मिट्टी और पारिस्थितिकी के अनुसार लोकप्रिय होती हैं। भारत की विविध भौगोलिक स्थितियों के कारण, हर क्षेत्र में अलग-अलग घासें उगाई जाती हैं। नीचे दी गई तालिका में भारत में आम तौर पर पाई जाने वाली प्रमुख घास की किस्मों और उनकी मुख्य विशेषताओं का संक्षिप्त परिचय दिया गया है:

घास का नाम प्रमुख क्षेत्र मुख्य विशेषताएं लोकप्रियता का कारण
डर्बा (Durva Grass) सभी क्षेत्रों में, खासकर उत्तर भारत घना, तेज़ बढ़ने वाला, कम रखरखाव धार्मिक महत्व, पारंपरिक लॉन और पूजा स्थल के लिए पसंदीदा
कोच ग्रास (Couch Grass/Bermuda Grass) दक्षिण व पश्चिम भारत सूखा सहनशील, मजबूत, जल्दी फैलने वाला गर्मी वाले क्षेत्रों के लॉन व खेल मैदानों के लिए उपयुक्त
बफेलो ग्रास (Buffalo Grass) पूर्वी व उत्तर-पूर्वी भारत मुलायम, गहरा हरा रंग, कम पानी की आवश्यकता घर के लॉन व बच्चों के खेलने के क्षेत्र में लोकप्रिय
जॉयंट ग्रास (Doob/Indian Bluegrass) पूरे भारत में पाया जाता है जल्दी फैलता है, कम देखभाल में भी हरा रहता है सामान्य घरेलू लॉन और सार्वजनिक पार्कों में सबसे ज्यादा प्रयोग
Zoysia Grass (Zoysia Japonica) उत्तरी एवं तटीय क्षेत्र घना एवं मुलायम, पैरों को ठंडक देने वाला प्रभाव डेकोरेटिव लॉन व रिसॉर्ट्स में प्रचलित

इन किस्मों के अलावा भी कई लोकल वैरायटीज़ होती हैं जो स्थानीय जरूरतों और जलवायु के हिसाब से चुनी जाती हैं। सही घास का चयन करते समय आपकी स्थानीय जलवायु, मिट्टी और उपयोग को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण होता है। अगले हिस्से में हम इन घासों के चयन से जुड़े अन्य पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

2. मिट्टी और जलवायु के अनुसार घास का चयन

अपने लॉन के लिए सही घास का चुनाव करना भारतीय घरों में उपलब्ध मिट्टी और वहाँ की स्थानीय जलवायु को ध्यान में रखकर ही किया जा सकता है। भारत में अलग-अलग क्षेत्र, अलग तरह की मिट्टी और मौसम रखते हैं, इसलिए घास का चुनाव करते समय इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

मिट्टी के प्रकार और उनके लिए उपयुक्त घास

मिट्टी का प्रकार विशेषताएँ अनुशंसित घास की किस्में
रेतीली मिट्टी (Sandy Soil) जल जल्दी निकल जाता है, हल्की और सूखी होती है बर्मूडा ग्रास (Bermuda Grass), ज़ोइसिया ग्रास (Zoysia Grass)
काली मिट्टी (Black Soil/Clay Soil) पानी रोके रखती है, भारी व पोषक तत्वों से भरपूर बफेलो ग्रास (Buffalo Grass), करपेट ग्रास (Carpet Grass)
दोमट मिट्टी (Loamy Soil) बहुत उपजाऊ, पानी व हवा के लिए संतुलित कोचीया ग्रास (Couch Grass), फाइन फस्क्यू ग्रास (Fine Fescue Grass)
लाल मिट्टी (Red Soil) लोहे की मात्रा ज्यादा, जल निकासी अच्छी बर्मूडा ग्रास, ज़ोइसिया ग्रास

भारतीय मौसम के अनुसार घास का चयन

गर्मी वाले क्षेत्र (Warm Regions)

भारत के दक्षिणी हिस्से और तटीय क्षेत्रों में बर्मूडा ग्रास और बफेलो ग्रास बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं क्योंकि ये अधिक तापमान सहन कर सकते हैं।

ठंडे एवं पहाड़ी क्षेत्र (Cool & Hilly Regions)

उत्तर भारत या हिमालयी इलाकों में फाइन फस्क्यू या रायग्रास जैसी किस्में बेहतर रहती हैं क्योंकि ये कम तापमान में भी बढ़ती हैं।

मानसून एवं अधिक बारिश वाले क्षेत्र

जहां मानसून या बारिश अधिक होती है, वहां ज़ोइसिया ग्रास या करपेट ग्रास लगाना फायदेमंद रहता है क्योंकि ये अधिक नमी सह सकते हैं।

अतिरिक्त सुझाव

  • स्थानीय नर्सरी से सलाह: हमेशा अपनी स्थानीय नर्सरी या कृषि अधिकारी से सलाह लें कि आपके इलाके में कौन-सी घास सबसे उपयुक्त होगी।
  • घरेलू देखभाल: मिट्टी तैयार करने, खाद डालने और सिंचाई की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित करें ताकि घास जल्दी जमे।
  • बीज या टर्फ: बीज से बोना किफायती होता है, लेकिन टर्फ लगाने से तुरंत हरियाली मिल जाती है।

इस तरह आप अपने लॉन के लिए अपने क्षेत्र की मिट्टी और जलवायु के अनुसार सर्वोत्तम भारतीय घास चुन सकते हैं। ध्यान रखें कि सही घास का चुनाव करने से आपका लॉन सालभर हरा-भरा और आकर्षक बना रहेगा।

लोकप्रिय भारतीय घासों के उदाहरण

3. लोकप्रिय भारतीय घासों के उदाहरण

भारतीय लॉन के लिए उपयुक्त घास की किस्में

भारत में विभिन्न प्रकार की घासें पाई जाती हैं, जिनका चयन स्थानीय जलवायु, मिट्टी और रखरखाव की जरूरतों के अनुसार किया जाता है। नीचे कुछ लोकप्रिय भारतीय घासों के गुण, लाभ और उपयोग दिए गए हैं:

घास का नाम मुख्य गुण लाभ उपयोग
दूर्वा घास (Doob Grass) सघन, गहरे हरे रंग की, कम पानी में भी बढ़ती है जल्दी फैलती है, कम देखभाल की जरूरत, बच्चों और पालतू जानवरों के लिए सुरक्षित घर के लॉन, खेल मैदान, पार्क
सेवान घास (Sevan Grass) मध्यम ऊंचाई, सूखा सहनशील, मुलायम बनावट कम रखरखाव, ट्रैफिक को झेल सकती है, भारतीय गर्मी में टिकाऊ आवासीय लॉन, सार्वजनिक स्थल, उद्यान
पालम घास (Palam Grass) ठंडी और गर्म दोनों मौसम में अच्छी तरह बढ़ती है, मजबूत जड़ें मिट्टी का कटाव रोकने में मददगार, कम पानी में जीवित रह सकती है सड़क किनारे, बगीचे की सीमाएं, खेतों के आसपास

स्थानीय घासों का चयन क्यों करें?

स्थानीय रूप से उपलब्ध घास की किस्में आपके क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के अनुकूल होती हैं। ये आसानी से उगती हैं और लंबे समय तक हरी-भरी बनी रहती हैं। इसके अलावा इनकी देखभाल भी आसान होती है और पानी या खाद की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती। अपने लॉन के लिए सही घास चुनते समय इन बातों पर ध्यान देना फायदेमंद रहता है।

4. लॉन के लिये घास लगाने और रखरखाव की टिप्स

भारतीय संदर्भ में लॉन के लिए घास कैसे बोयें?

भारत में जलवायु, मिट्टी और उपलब्ध संसाधनों को ध्यान में रखते हुए लॉन के लिए घास बोने के कुछ लोकप्रिय तरीके अपनाए जाते हैं। यहाँ परंपरागत और आधुनिक दोनों तरीकों का उपयोग किया जाता है।

तरीका विवरण लाभ
बीज से बुवाई घास के बीज सीधे मिट्टी में बोये जाते हैं। कम लागत, बड़े क्षेत्र के लिए उपयुक्त।
टर्फिंग (घास की चटाई) पहले से उगाई गई घास की चटाइयाँ बिछाई जाती हैं। जल्दी परिणाम, कम खरपतवार समस्या।
प्लगिंग/स्प्रिगिंग छोटे-छोटे घास के टुकड़े या कल्लों को लगाना। मध्यम लागत, जल्दी फैलती है।

सिंचाई: कब और कैसे?

भारतीय मौसम को ध्यान में रखते हुए सिंचाई का तरीका बहुत महत्वपूर्ण है। गर्मियों में सप्ताह में 2-3 बार गहरी सिंचाई करें जबकि सर्दियों में सप्ताह में 1 बार पर्याप्त रहता है। सुबह या शाम को पानी देना बेहतर होता है ताकि नमी अधिक समय तक बनी रहे।
ड्रिप इरिगेशन या स्प्रिंकलर सिस्टम का उपयोग करने से पानी की बचत होती है और घास स्वस्थ रहती है। ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक बाल्टी या पाइप से भी सिंचाई की जाती है।

कटाई (मूइंग): सही ऊँचाई और समय

भारतीय घासों के लिए कटाई की आवृत्ति उनकी प्रजाति और मौसम पर निर्भर करती है:

  • Cynodon dactylon (दूर्वा/बरमूडा ग्रास): हर 7-10 दिन में काटें, आदर्श ऊँचाई 1.5-2.5 सेमी।
  • Zoysia grass: हर 10-15 दिन में काटें, आदर्श ऊँचाई 2-3 सेमी।
  • Paspalum grass: हर 10-12 दिन में काटें, आदर्श ऊँचाई 2-4 सेमी।

कटाई के दौरान ध्यान देने योग्य बातें:

  • ब्लेड हमेशा तेज़ रखें ताकि कट साफ़ हो सके।
  • एक बार में घास का एक तिहाई हिस्सा ही काटें।
  • गर्मी में बहुत कम ना काटें ताकि घास जल न जाए।
  • कटी हुई घास को खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं (mulching)।

सामान्य देखभाल: भारतीय पारंपरिक एवं आधुनिक तरीके

  • खाद: वर्ष में दो बार जैविक या रासायनिक खाद डालें। गोबर की खाद ग्रामीण क्षेत्रों में आम है, जबकि शहरों में NPK उर्वरक प्रचलित हैं।
  • खरपतवार नियंत्रण: हाथ से निकालना या उचित हर्बिसाइड का प्रयोग करें। गायों द्वारा चराने देना भी पारंपरिक तरीका है (ग्रामीण क्षेत्रों में)।
  • एयररेशन: प्रत्येक 6 माह बाद मिट्टी को छेदकर हवा पहुँचाएँ ताकि जड़ें मजबूत बनें; यह खासकर बरसात के बाद जरूरी होता है।
  • कीट नियंत्रण: नीम तेल छिड़काव जैसे प्राकृतिक उपाय अपनाएं या आवश्यकतानुसार रासायनिक दवा का प्रयोग करें।
    अधिकांश भारतीय परिवार घरेलू उपचार जैसे राख या हल्दी पाउडर का भी प्रयोग करते हैं।
  • धूप एवं छाया: अधिकांश भारतीय घासों को भरपूर धूप चाहिए; छायादार जगहों के लिए विशेष प्रकार की घास चुनें जैसे Zoysia या Shade grass varieties.
संक्षिप्त सुझाव तालिका:
कार्य परंपरागत तरीका आधुनिक तरीका
सिंचाई बाल्टी/पाइप ड्रिप/स्प्रिंकलर सिस्टम
खाद गोबर/घरेलू कम्पोस्ट NPK उर्वरक/ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर
कीट नियंत्रण नीम तेल/घरु इलाज Pesticides/Insecticides

इन सरल तरीकों से आप अपने भारतीय लॉन की खूबसूरती बनाए रख सकते हैं और उसमें हरियाली ला सकते हैं!

5. स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार सर्वोत्तम चयन

स्थानीय समाज की आवश्यकताएँ समझें

भारत एक विविधता भरा देश है जहाँ हर क्षेत्र की जलवायु, मिट्टी और सांस्कृतिक आदतें अलग हैं। इसलिए अपने लॉन के लिए घास चुनते समय यह जानना जरूरी है कि आपके इलाके में क्या आवश्यकताएँ हैं। उदाहरण के लिए, उत्तर भारत में सर्दी अधिक होती है, जबकि दक्षिण भारत में गर्मी और आर्द्रता ज्यादा रहती है।

पानी की उपलब्धता पर विचार करें

घास चुनते समय सबसे जरूरी बात पानी की उपलब्धता है। ऐसे इलाकों में जहाँ पानी कम मिलता है, वहाँ डूर्बा घास (Bermuda Grass) या बफेलो घास (Buffalo Grass) बेहतर विकल्प हैं क्योंकि इन्हें कम पानी की जरूरत होती है। वहीँ, जहाँ भरपूर पानी मिलता है, वहाँ काईक्यू घास (Kikuyu Grass) या सेंट ऑगस्टीन घास (St. Augustine Grass) अच्छी तरह पनपती हैं।

पानी की उपलब्धता के अनुसार घास का चयन:

पानी की उपलब्धता उपयुक्त घास
कम पानी डूर्बा घास (Bermuda), बफेलो घास (Buffalo)
मध्यम पानी ज़ोइशिया घास (Zoysia), सेण्ट ऑगस्टीन घास (St. Augustine)
अधिक पानी काईक्यू घास (Kikuyu), राई ग्रास (Ryegrass)

देखभाल के साधनों को ध्यान में रखें

अगर आपके पास लॉन की देखभाल के लिए अधिक समय नहीं है तो कम रखरखाव वाली घास जैसे कि बफेलो घास, Zoysia Grass चुनें। ये खुद-ब-खुद फैल जाती हैं और इनकी कटाई भी कम करनी पड़ती है। अगर आप नियमित देखभाल कर सकते हैं, तो Bermuda Grass या Kikuyu Grass भी अच्छा विकल्प हैं।

देखभाल के आधार पर घास का चयन:

देखभाल का स्तर घास का प्रकार
कम देखभाल Zoysia, Buffalo
मध्यम देखभाल Bermuda, Ryegrass
अधिक देखभाल Kikuyu, St. Augustine

उपयोगिता को ध्यान में रखें

अगर लॉन बच्चों के खेलने या सामाजिक आयोजनों के लिए इस्तेमाल होता है तो मजबूत और जल्दी बढ़ने वाली घास जैसे Bermuda Grass , Kikuyu Grass , या Zoysia Grass चुनें। अगर आपको सिर्फ सजावट चाहिए तो आप Buffalo Grass जैसी मुलायम किस्म भी लगा सकते हैं।

संक्षिप्त सुझाव:
  • Parks या खेल मैदान: Bermuda या Kikuyu grass
  • Sajawati lawns: Buffalo या Zoysia grass
  • Pani ki kami वाले क्षेत्र:Bermuda grass

इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही अपने क्षेत्र और जरूरत के हिसाब से सबसे उपयुक्त भारतीय घास का चयन करें ताकि आपका लॉन सुंदर और टिकाऊ रहे।