गुलाब की कटाई और छंटाई कैसे करें- स्टेप बाय स्टेप गाइड

गुलाब की कटाई और छंटाई कैसे करें- स्टेप बाय स्टेप गाइड

1. गुलाब की कटाई और छंटाई का महत्त्वगुलाब के पौधों की देखभाल में कटाई और छंटाई का विशेष स्थान है। भारत जैसे विविध जलवायु वाले देश में गुलाब की प्रजातियाँ…
रेग्नार में जैविक खाद का निर्माण और उपयोग

रेग्नार में जैविक खाद का निर्माण और उपयोग

पारंपरिक रेग्नार कृषि का महत्वभारत में रेग्नार या शहरी छतों पर खेती का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यह न केवल ताजे और सुरक्षित फल-सब्ज़ियां उपलब्ध कराने में सहायक…
संपूर्ण पौधा उपयोग: पत्तियां, जड़ें और तने – इनके महत्व और पारंपरिक उपयोग

संपूर्ण पौधा उपयोग: पत्तियां, जड़ें और तने – इनके महत्व और पारंपरिक उपयोग

1. भूमिका: संपूर्ण पौधे के महत्व की ओर एक दृष्टिभारतीय संस्कृति में पौधों का स्थान केवल प्रकृति सौंदर्य तक सीमित नहीं है, बल्कि उनका हर हिस्सा—पत्तियां, जड़ें और तने—हमारे जीवन…
दक्षिण भारत में आजीविका और ग्रामीण बागवानी

दक्षिण भारत में आजीविका और ग्रामीण बागवानी

परिचय: दक्षिण भारत की आजीविका में बागवानी का स्थानदक्षिण भारत, जिसमें कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल जैसे राज्य शामिल हैं, अपने समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक विविधता के…
पानी देने के बाद फूलों की देखभाल के लिए प्रमुख भारतीय घरेलू नुस्खे

पानी देने के बाद फूलों की देखभाल के लिए प्रमुख भारतीय घरेलू नुस्खे

1. भारतीय पारंपरिक जैविक उर्वरकों का उपयोगभारत में पानी देने के बाद फूलों की देखभाल करने के लिए सदियों से जैविक और प्राकृतिक उर्वरकों का इस्तेमाल किया जाता रहा है।…
हिबिस्कस और चमेली की फसल के लिए जल प्रबंधन और सिंचाई प्रणालियाँ

हिबिस्कस और चमेली की फसल के लिए जल प्रबंधन और सिंचाई प्रणालियाँ

1. भूमिका: भारतीय संदर्भ में जल प्रबंधन का महत्वभारत एक कृषि प्रधान देश है जहाँ विविध जलवायु परिस्थितियाँ और भौगोलिक क्षेत्रों की विशिष्टता पाई जाती है। यहां की खेती मुख्यतः…
गर्मी में रेगिस्तानी पौधों को देखभाल के पारंपरिक उपाय

गर्मी में रेगिस्तानी पौधों को देखभाल के पारंपरिक उपाय

1. गर्मी के मौसम में रेगिस्तानी पौधों की पहचान और चुनौतियाँराजस्थान, गुजरात जैसे पश्चिमी भारत के सूखे और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाए जाने वाले रेगिस्तानी पौधे विशेष रूप से कठोर…
स्थानीय भारतीय पत्थरों से बना बगीचा: परंपरा और स्थायित्व का मिश्रण

स्थानीय भारतीय पत्थरों से बना बगीचा: परंपरा और स्थायित्व का मिश्रण

1. स्थानीय भारतीय पत्थरों का महत्त्वभारत की भूमि विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए जानी जाती है, जिसमें पत्थरों का एक विशेष स्थान है। भारतीय परंपरा में पत्थरों का…
कृषि विज्ञान के अनुसार अश्वगंधा की बीज चयन और रोपाई के तरीके

कृषि विज्ञान के अनुसार अश्वगंधा की बीज चयन और रोपाई के तरीके

अश्वगंधा: परिचय और औषधीय महत्वभारत के पारंपरिक कृषि एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा (Withania somnifera) का महत्वपूर्ण स्थान है। यह पौधा मुख्य रूप से सूखे क्षेत्रों में उगाया जाता…
मल्चिंग के लिए स्थानीय संसाधनों का उपयोग: भारतीय गांवों की पहल

मल्चिंग के लिए स्थानीय संसाधनों का उपयोग: भारतीय गांवों की पहल

भूमिका और स्थानीय संसाधनों का महत्वभारत के गांवों में कृषि पारंपरिक जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है। खेती की सफलता के लिए मिट्टी की उर्वरता और नमी बनाए रखना बेहद जरूरी…